कोरोना संक्रमण के इस संकट काल में बीमारी, बीमारी से पीड़ित मरीजों की सेवा में चॅरिटी करते कई कोविड केयर सेन्टर तो कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के चलते लोगों पर आन पड़ा जीवित का संघर्ष। ऐसे में मानवीय संवेदना के कई चेहरे कई दृश्य सामने आये, कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर में संक्रमण की चपेट में आये कई लोग कही बेड, कही दवा, तो कही ऑक्सीजन की कमी से भी जूझते रहें. लेकिन जो लोग स्वस्थ रहे अपने घरो में रहें
लॉकडाउन के चलते आर्थिक संकट से धिर गये. कोरोना संक्रमण काल का यह एक अलग दृश्य है. यहां भिक्षु ही भिक्षु की मदत में आगे आए.
भदन्त सिद्धिरत्न जो पब्बजितों बुद्धिस्ट मॉनेस्ट्री, नागपुर के फाउंडर डायरेक्टर है.वे विहारों में अकेले पड़े या संक्रमण की चपेट में आकर अस्पताल में
भरती भिक्षुओ की सहायता के लिए प्रयासरत है. उनकी दवा से लेकर उन्हें राशन और भोजन की व्यवस्था में जुटे है।
दरअसल भन्ते सिद्धिरत्न ने लॉकडाउन की परिस्थिति में बौद्ध भिक्षुओं के जो हालत है उसका एक वायरल पोस्ट अन्तरराष्ट्रीय बौद्ध समुदाय को भेज दी. और उस पोस्ट को देखकर विएतनाम के भिक्षु जॅक लॉय और उपासक-उपासिकाओं को समूह, तथा थिन तम कम्पेशन ग्रुप कनाडा ने गोल्डन हार्ट क्लब इंडिया के
इन भिक्षुओं से सम्पर्क किया और उनकी ओर से भिक्षुओं के लिए कुछ राहत पहुंचायी।
वैसे तो भिक्षुओं का जीवन भिक्षा पर ही निर्भर करता है लेकिन, लॉकडाउन के चलते भिक्षु विहारों में ठहर गए. इन ठहरे हुए भिक्षुओं
तक राशन तथा धनराशि रूप में मदद पहुंचाने का कार्य भन्ते सिद्धिरत्न कर रहे है.