देश के प्रतिष्ठित भारतीय पौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर ने एक ऑनलाइन कक्षा में एससी और एसटी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोपी टीचर को निलंबित कर दिया है । आयआयटी के आरोपी शिक्षक को जांच के दौरान दोषी पाया गया है। आईआईटी खड़गपुर के रजिस्ट्रार तमाल नाथ ने कहा है की टीचर सिमा सिंह को फाइंडिंग रिपोर्ट मिलने के बाद निलंबित कर दिया है। अब आगामी आदेश जारी होने के बाद ही वो ऑनलाइन क्लास ले पाएंगी। फ़िलहाल उन्हें निलंबित कर दिया गया है और इस मामले में आगे की जांच जारी रहेंगी।
बता दे की टीचर सिमा सिंह ने एक ऑनलाइन कक्षा में छात्रों और माता पिता के साथ दुर्व्यवहार किया था। कुछ छात्रों ने घटना को रिकॉर्ड किया था और उसी को ऑनलाइन अपलोड किया था। विडिओ वायरल हो गया और संस्थान को आलोचना का सामना करना पड़ा।
वायरल विडिओ में शिक्षक ने छात्रों और उनके माता पिता को बार- बार अपशब्द कहे थे। वायरल विडिओ में टीचर सिमा सिंह को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है की मै आपको फोन करना जारी रखूंगी और कोई भी मुझे रोक नहीं सकता है। उसने छात्रों को उसके खिलाफ शिकायत करने की धमकी भी दी। जैसा की विडिओ में रिकार्ड़ है। हालांकि आयआयटी ने इस घटना से खुद को अलग करते हुए कहा है की संस्थान किसी भी प्रकार के अपमानजनक व्यवहार का समर्थन नहीं करता है।
ट्विटर पर एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसे देख कर सभी हैरान रह गए. भारत के प्रीमियम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, IIT खड़गपुर (IIT Kharagpur) के इस तथाकथित वीडियो में एक टीचर ऑनलाइन क्लास ले रहे स्टूडेंट्स को बुरी तरह से डांट रहीं हैं. इस दौरान वह जातिसूचक शब्दों के साथ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल भी कर रही हैं. इसे लेकर ट्विटर बवाल हो गया. लोगों ने इस वीडियो की शिकायत करते हुए, पीएम मोदी से लेकर शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को टैग करना शुरू कर दिया. इसे लेकर ट्विटर पर #End_Casteism_in_IIT भी ट्रेंड किया।
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ, उसमें एक कंप्यूटर स्क्रीन की रिकॉर्डिंग दिख रही है. इस तरह की रिकॉर्डिंग के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसमें कई स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लास लेते नजर आ रहे हैं. जो टीचर इन्हें पढ़ा रही हैं, वह स्टूडेंट्स को जातिसूचक शब्दों से बुला रही हैं. इसके अलावा वह अंग्रेजी में भद्दी गालियां भी दे रही हैं. वह अल्पसंख्यक स्टूडेंट्स को यह भी कहती भी सुनाई दे रही हैं कि वंदेमातरम न गाने वालों को शर्म आनी चाहिए. ऐसे ही एक अन्य वीडियो में वह उस स्टूडेंट्स को खरी-खोटी सुना रही हैं, जिसने अपने दादाजी के निधन पर छुट्टी मांगी थी. वीडियो में सभी डरे हुए स्टूडेंट्स टीचर की बातें चुपचाप सुन रहे थे. जातिवाद कोरोना से भी खतरनाक वायरस है जो सदियों से चला आ रहा है. आइये, मिलकर इस वायरस का सर्वनाश करें.