भारत में व्यक्ति की पहचान जाती से होती है. आज भी जाती के नाम पर उपेक्षित, वंचित लोगों को प्रताड़ित किया जाता है. फिर वो कोई सामान्य व्यक्ति हो या खास, अगर उसकी जाती निचले तबके की है तो निश्चित तौरपर उसका प्रताड़ित करना सवर्णों को अपना मौलिक कर्तव्य लगता है. इसी क्रम में अब समय बॉलीवुड का है.
बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स इन दिनों विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं. मुनमुन दत्ता और युविका चौधरी की तरह ही अब रणदीप हुड्डा ने अपनी जातिवादी मानसिकता का परिचय दिया है. इन दोनों एकट्रेस की तरह ही रणदीप हुड्डा ने भी जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया है, वो भी उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती पर. शुक्रवार की सुबह से अरेस्ट रणदीप हुड्डा और मायावती ट्रेंड कर रहा है. नेटिजेन्स ने रणदीप हुड्डा को क्या कहा जरा सुनिए.
वरिष्ठ पत्रकार रोहिणी सिंह लिखती है, एक ऐसी सोच और ऐसी व्यवस्था जिसने दलित होना अपराध और दलित महिला होना पाप बना दिया था, तब सभी सामाजिक बंधनों को तोड़ सत्ता के शीर्ष गलियारे तक अपनी जगह बनाने वाली मायावती के संघर्ष की कहानी अद्वितीय है। रणदीप हुड्डा उसी सोच का परिणाम हैं जिसपर मायावती ने कई बार विजय पायी है।
वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम लिखते है रणदीप हुडा के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए . उनकी बातों से उनकी निहायत घटिया सोच और नजरिए का पता चलता है. वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल लिखते है, रणदीप हुड्डा तो हरियाणा का है। दिवंगत सुषमा स्वराज भी वहीं की नेता थी। उसने सुषमा स्वराज पर कभी जोक क्यों नहीं बोला? दरअसल रणदीप की मानसिकता गंदी है। छोटी सोच का आदमी है। #ArresteRandeepHooda ट्विटर यूजर महेश मालवीय लिखते है, रणदीप हुडा के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए l उनकी बातों से उनकी निहायत घटिया सोच और नजरिए का पता चलता है #ArresteRandeepHooda
रणदीप हुड्डा के बयान पर कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. CPIML लीडर और सोशल एक्टिविस्ट कविता कृष्णन ने भी वीडियो पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि हुड्डा की टिप्पणी ”जातिवादी, नारी विरोधी” है.
सूर्यप्रताप सिंह (आईएएस, रिटायर्ड ) लिखते है, एक महिला की बॉडी शेमिंग व चरित्र पर फब्तियां, एक गंदी, सेक्सिस्ट सोच l मैं इसकी कड़ी भर्त्सना करता हूँ l #RandeepHooda #Mayawati
सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) का बयान सिर्फ मायावती (Mayawati) और दलित विरोधी नहीं बल्कि महिला विरोधी भी है. इस पूरे मामले पर अभी तक रणदीप की ओर से कोई रिएक्शन नहीं आया है. अब ये देखने वाली बात होगी की रणदीप इस पर कब और क्या सफाई देते हैं.
अब इस मामले में हरियाणा के हिसार में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है। नेशनल अलायंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की ने अभिनेता रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) के खिलाफ हिसार के पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत दी। इस की जानकरी उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से दी।