एक राज्य के मुख्यमंत्री के पिता पर उसी राज्य में एफआईआर (FIR) हो जाए, यह अपने आप में उस राज्य के पारदर्शक वृत्ती को दर्शाता है। खबर छत्तीसगढ़ से है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने ब्राह्मणों को अपशब्द बोलने के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के बहिष्कार को लेकर एक क्रांतिकारी टिप्पणी की थी. इसके बाद से ब्राह्मण समाज गुस्से में है और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है. सर्व ब्राह्मण समाज ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई थी. दरअसल पिछले दिनों लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समाज पर कई टिप्पणीयां की थी. उन्होंने कहा था, “हम ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा भेजेंगे क्योंकि वो परदेशी हैं, जिस तरह से अंग्रेज लोग आए और चले गए उसी तरह से ये ब्राह्मण लोग या तो सुधर जाएं या गंगा से वोल्गा जाने के लिए तैयार हों.
“मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें. मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें. उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है.” रहें।’‘ब्राह्मणों से इसलिए नाराजगी है, क्योंकि ब्राह्मण विदेशी हैं और हमको अछूत मानते हैं। हमारे सारे अधिकार वो छीन रहे हैं और इसलिए उनसे लड़ाई जरूरी है। हर समाज से प्रस्ताव करके ब्राह्मणों का बॉयकाट करेंगे। उन्हें गांवों में घुसने नहीं देंगे। सरपंचों को कहेंगे कि ब्राह्मणवाद का विरोध करें।’
इस संदर्भ में नंदकुमार बघेल ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा निश्चित ही आपने पुत्रधर्म और राजधर्म का पालन कर जो मिसाल भारतीय राजनीति में दिया है, वह देश में विरले ही देखने को मिलता है मुझे आप पर गर्व है । परंतु मेरा एक ही धर्म है और वह है एसटी एससी ओबीसी और अल्पसंख्यक लोगों के हक और अधिकार के लिए अपना सर्वस्व निछावर करना।
।।जय मूलनिवासी ।। मेरी किसी बात से किसी को आहत हुई है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं । परंतु मैं किसी के खिलाफ नहीं एसटी एससी ओबीसी और अल्पसंख्यक लोगों के लिए जेल क्या जान देने के लिए तैयार हूं ।जब तक जान है तब तक इनके हक के लिए लड़ते रहुंगा।
शिकायत मिलने के बाद डीडी नगर पुलिस ने 4 सितंबर की देर रात नंद कुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-A और 505-A के तहत FIR दर्ज किया है. पुलिस ने धार्मिक माहौल बिगाड़ने और आपसी सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज किया है.पिता की टिप्पणी से हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वह इस तरह के बयान से दुखी हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार में कानून से ऊपर कोई नहीं है और पुलिस मामले में उचित कार्रवाई करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे राजनीतिक विचार और विश्वास स्पष्ट रूप से अलग हैं. एक बेटे के रूप में, मैं उनका सम्मान करता हूं लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में मैं उनकी गलती को माफ नहीं कर सकता, जिसमें सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की क्षमता है.”
84 साल की उम्र में भी नंदकुमार बघेल प्रतिदिन दौरे पर रहते है. वह देश के सभी राज्यों में जाकर बहुजन समाज को जगाने का काम निरंतर रहते है।